बुलंदशहर जिले में सोमवार की रात बड़ा हादसा हुआ। ऑक्सीजन सिलिंडर फटने से दो मंजिला मकान जमींदोज हो गया। मलबे में दबने से एक ही परिवार के छह लोगों की मौत हो गई। तीन की हालत गंभीर बनी हुई है। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मलबे में दबे 17 लोगों को निकालने के लिए देर रात तक राहत एवं बचाव कार्य चला।
जानकारी के अनुसार, सिकंदराबाद कस्बे के गुलावठी रोड स्थित आशापुरी कॉलोनी में सोमवार रात आठ बजे ऑक्सीजन सिलिंडर फटने से जबरदस्त विस्फोट हो गया। हादसे में दो मंजिला मकान जमींदोज हो गया, जिसके मलबे में एक ही परिवार के 26 लोग दब गए।
हादसे में परिवार के मुखिया, उनकी पत्नी, बेटी और दो बेटों समेत छह लोगों की मौत हो गई। देर रात मलबे में दबे 17 लोगों को निकालने के लिए फायर ब्रिगेड और एसडीआरएफ के जवान जुटे। मलबे में दबे लोगों को निकाल लिया गया है। बताया जा रहा है कि मलबे में दबने से घायल हुए कुल सात लोगों में एक की हालत गंभीर है।
लिंटर में लगने वाली शटरिंग का काम करने वाले रियाजुद्दीन की पत्नी रुखसाना की तबीयत खराब चल रही थी। वह निजी अस्पताल में भर्ती थीं। सोमवार शाम को ही उन्हें अस्पताल से घर लाया गया था।
घर लाने के बाद रुखसाना को सांस लेने में समस्या होने लगी। इस पर उन्हें ऑक्सीजन देने के लिए सिलिंडर लगाने की प्रक्रिया चल रही थी। तभी सिलिंडर में जबरदस्त विस्फोट हो गया।
हादसे के वक्त रियाजुद्दीन के साथ उनकी पत्नी रुखसाना, बेटा सिराजु, शाहरुख, सोहना, आस मोहम्मद और सलमान, पुत्रवधू चांदनी, यासमीन, अंजुम, बेटी तमन्ना और उनके दो बच्चे, सिराजु के पांच बच्चे, शाहरुख के तीन, आस मोहम्मद के तीन और सोहना के दो बच्चों समेत 26 लोग घर में थे। सभी मलबे में दब गए।
राजुद्दीन की एक पुत्रवधू नसरीन किसी कार्य के चलते पड़ोस में गई थी। वह सकुशल है। मलबे में दबने से रियाजुद्दीन (58), उनकी पत्नी रखसाना (45), तमन्ना (24), आस मोहम्मद (24), सलमान (11) और रिजवान की बेटी हिफजा (3) की मौत हो गई। तीन को गंभीर घायल हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। देर रात तक मलबे में 17 लोग दबे हुए थे, जिन्हें बाहर निकालने के लिए बचाव कार्य चलाया गया। डीएम-एसएसपी, एसडीएम-सीओ समेत अन्य अधिकारी भी मौके पर मौजूद थे।
विस्फोट की आवाज से सहम गए पड़ोसी
रात करीब आठ बजे विस्फोट हुआ तो पड़ोसियों के साथ कालोनी के लोग सहम उठे। धमाके की आवाज के बाद एकाएक लोग घरों से बाहर निकले और मौके की ओर दौड़ पड़े। तत्काल हादसे की सूचना पुलिस को देने के साथ लोग राहत कार्य में जुट गए। कॉलोनी निवासी राशिद ने बताया कि विस्फोट की आवाज ऐसी लगी मानो किसी ने बम गिरा दिया हो। कुछ लोगों को लगा भूकंप आया है। बदहवास स्थिति में लोग घरों से बाहर निकले तो हादसे की जानकारी हुई।
मलबे से आ रहीं थी आवाजें
घटनास्थल पर देर रात तक राहत और बचाव कार्य जारी रहा। घटना के तुरंत बाद आसपास के लोग मौके पर पहुंचे तो उन्हें मलबे में दबे लोगों की आवाजें सुनाई दे रही थीं। लोग बचाने की फरियाद करते रहे। कह रहे थे कि हम इधर हैं, बचा लो... नहीं तो हम मर जाएंगे।
लोगों ने बताया कि घटना रात करीब 8 बजे हुई। इसके डेढ़ घंटे बाद 9:30 बजे मौके पर जेसीबी पहुंची। इसके बाद मलबे को उठाने का काम शुरू हुआ। तब तक छह लोगों की जान जा चुकी थी। लोगों ने आरोप लगाया कि सही समय पर जेसीबी पहुंच जाती तो परिवार के छह लोगों की जान नहीं जाती।
लोगों ने बताया कि घटना के बाद आसपास धुआं ही धुआं दिखाई दे रहा था। सिलिंडर विस्फोट से मकान गिरने के बाद मलबे के अंदर दबे लोगों की आवजें आ रही थीं, हम इधर हैं, बचालो नहीं तो मर जाएंगे। जिधर से आवाजें आ रहीं थी, लोगों ने उधर हाथों से मिट्टी उठाना शुरू कर दिया, लेकिन भारी लिंटर होने के कारण कोई उसे हिला नहीं सके।
परिवार और आस-पड़ोस के लोग भी उन्हें बचाने के लिए गुहार लगाते रहे। लोगों ने आरोप लगाया कि सही समय पर जेसीबी पहुंच जाती तो परिवार के छह लोगों की जान न जाती। घटनास्थल पर जो पहुंचा, उसकी आंखें नम थीं और वह भगवान से एक ही प्रार्थना कर रहे थे कि किसी तरह से अंदर फंसे लोगों की जान बच जाए। इतना ही नहीं लोगों ने अपने हाथों से मिट्टी को हटाना शुरू कर दिया। कुछ लोगों ने फावड़े से मिट्टी खोदनी शुरू कर दी, लेकिन लिंटर को कोई नहीं हिला पाया। काफी संख्या में लोगों ने उसे भी हटाने की कोशिश की।
घटनास्थल की ओर दौड़ पड़ा पूरा शहर
सिकंदराबाद में जैसे ही लोगों को घटना के बारे में जानकारी हुई, वैसे ही लोग उधर दौड़ पड़े। लोगों ने भाई चारे का संदेश भी दिया। मौके पर मौजूद लोग जिस तरह से मदद कर पा रहे थे, वह कर रहे थे। हर व्यक्ति लोगों को निकालने के लिए भी कोशिश करता दिखा। वहां मौजूद लोगों ने कहा कि घटनास्थल से पूरे शहर में आवाज पहुंच गई। ऐसा लगा किसी ने बम फेंक दिया हो।
चीत्कार के बीच अपनों को तलाशते रहे लोग
घटना की सूचना के बाद जैसे ही रिश्तेदार घटनास्थल पर पहुंचे तो चीत्कार के साथ अपने लोगों को तलाशने लगे। वहां मौजूद लोगों ने उन्हें ढांढस बंधाया। जिन लोगों को मलबे से निकालकर अस्पताल पहुंचाया गया, उनके हाल जानने के लिए रिश्तेदार पहुंचे।
सिलिंडर फटने से छह लोगों की मौत हुई है। हादसा कैसे हुआ, यह जांच के बाद पता चलेगा। मलबे में दबे अन्य लोगों को निकाल लिया गया है। श्लोक कुमार, एसएसपी